नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के आर्थिक शोध विभाग ने कहा कि नोटबंदी से पहले बैंक डिपॉजिट में 2,870 अरब रुपए की वृद्धि में कुछ भी संदिग्ध नहीं है। यह इनकम डिसक्लोजर स्कीम और सरकारी कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के कारण मिले बकाये के भुगतान का नतीजा था।
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सितंबर में होती रही है डिपॉजिट में बढ़ोतरी
- विभाग के अनुसार पिछले तीन साल से सितंबर में औसतन 1,000 अरब रुपए की वृद्धि होती रही है।
- लेकिन इस बार 2,870 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
- यह थोड़ी जिज्ञासा जरूर जगाता है लेकिन इसमें कुछ भी संदिग्ध नहीं है।
- SBI Research ने कहा कि यह इनकम डिसक्लोजर स्कीम और सरकारी कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के कारण मिले बकाये के भुगतान का नतीजा था।
- विभाग के अनुसार 1,560 करोड़ डॉलर मौसमी वृद्धि है जो लोग त्यौहारों और शादी विवाह के लिए बचत करते हैं।
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इसके अलावा 45,000 करोड़ रुपए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने से केंद्रीय कर्मचारियों को मिले बकाया तथा शेष 85,518 करोड़ रुपए आय खुलासा योजना के कारण बढ़े।