मुंबई। एक ओर जहां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अग्रिम अनुमान 7.1 प्रतिशत जताया है, वहीं दूसरी ओर SBI रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रहने की बात कही है।
एसबीआई रिसर्च का कहना है कि नोटबंदी के कारण उपभोग पर असर पड़ा है और इसीलिए उत्पादन प्रभावित होगा।
- एसबीआई रिसर्च का अनुमान ऐसे समय आया है जब केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी का उत्पादन वृद्धि पर निश्चित आकलन एक कठिन कार्य है लेकिन जीडीपी वृद्धि तीसरी तिमाही में 6.0 प्रतिशत से कम रहेगी और चौथी तिमाही में यह कुछ वापसी कर सकती है।
- एसबीआई रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में जीडीपी वृद्धि 6.3 प्रतिशत तथा पूरे वित्त वर्ष में 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
- इतना ही नहीं इसके नीचे जाने का जोखिम भी बताया है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्विस सेक्टर की ग्रोथ रेट में काफी गिरावट आ सकती है।
- इसमें कहा गया है कि कंस्ट्रक्शन, रियल एस्टेट, सीमेंट और एफएमसीजी जैसे सेक्टर की बिक्री में तीसरी तिमाही में दो अंकों में गिरावट आ सकती है।