नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और इंडियन ओवरसीज बैंक ने मंगलवार को सभी अवधियों के कर्ज के लिए कोष की सीमांत लागत (एमसीएलआर) आधारित ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती करने की घोषणा की है। इसके साथ ही एसबीआई ने होम लोन की ब्याज दर में भी कटौती का ऐलान किया है। नई दरें 10 अप्रैल से प्रभावी होंगी। बैंकों का यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पिछले हफ्ते अपनी द्वि मासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद सामने आया है।
5 आधार अंकों की कटौती के बाद एसबीआई के एक साल के कर्ज पर एमसीएलआर दर 8.55 प्रतिशत से घटकर 8.5 प्रतिशत सालाना हो गई है। एसबीआई ने अपने होम लोन को भी किफायती बनाया है। बैंक ने 30 लाख रुपए तक के होम लोन की ब्याज दर में 10 आधार अंकों की कटौती की है। 30 लाख रुपए से कम के होम लोन पर अब ब्याज की दर 8.60 प्रतिशत से लेकर 8.90 प्रतिशत प्रति वर्ष के बीच होगी। पहले यह 8.70 प्रतिशत से लेकर 9 प्रतिशत तक था।
इसी प्रकार इंडियन ओवरसीज बैंक ने एक साल के कर्ज पर कोष की सीमांत लागत (एमसीएलआर) आधारित ब्याज दर घटाकर 8.65 प्रतिशत कर दिया। दो और तीन साल के कर्ज पर एमसीएलआर क्रमश: 8.75 प्रतिशत तथा 8.85 प्रतिशत होगी। पिछले सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत की कटौती 8.70 प्रतिशत कर दिया था। आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट कम करने के बाद से अब तक कुल तीन बैंक एसबीआई, इंडियन ओवरसीज बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एमसीएलआर में कटौती की है।