नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शुक्रवार को होम लोन की ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती करने की घोषणा की है। एसबीआई ने यह घोषणा आरबीआई द्वारा द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत की कटौती करने के एक दिन बाद की है।
एसबीआई ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि उसने होम लोन पर ब्याज पांच आधार अंक (0.05 प्रतिशत अंक) घटा दिया है। बैंक ने कहा कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की घोषणा के तुरंत पश्चात होम पर ब्याज घटाने वाले हम सबसे पहले बैंक हैं, जिसने 30 लाख रुपए तक के होम लोन पर ब्याज घटाया है। बैंक ने कहा है कि उसने निम्न और मध्यम आयवर्ग के लोगों के फायदे को ध्यान में रख कर यह कदम उठाया है।
बैंक ने अपने एक बयान में कहा है कि 30 लाख रुपए तक के सभी होम लोन पर ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती होगी। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि देश के सबसे बड़े बैंक के नाते हम हमेशा ग्राहकों के हित को सबसे आगे रखते हैं। उन्होंने कहा कि होम लोन बाजार में एसबीआई की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। ऐसे में यह उचित होगा कि हम केंद्रीय बैंक द्वारा दरों में कटौती का लाभ एक बड़े निम्न और मध्यम आय वर्ग को उपलब्ध कराएं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की अंतिम द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटा कर 6.25 प्रतिशत किया था। इसके बाद से माना जा रहा है कि वाणिज्यिक बैंक भी अपने कर्ज को सस्ता करेंगे।
सार्वजनिक क्षेत्र का एसबीआई संपत्ति, जमा, शाखा, ग्राहक और कर्मचारियों की संख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा बैंक है। 30 सितंबर, 2018 तक बैंक के पास 28.07 लाख करोड़ रुपए की जमाएं थीं। कासा अनुपात 45.27 प्रतिशत का तथा ऋण 20.69 लाख करोड़ रुपए का था। होम लोन बाजार में एसबीआई की हिस्सेदारी 34.28 प्रतिशत तथा ऑटो लोन बाजार में 34.27 प्रतिशत है।
होम लोन में कमी करने का एसबीआई के इस फैसले से समस्याओं में घिरे रीयल्टी क्षेत्र को राहत मिलेगी। इस क्षेत्र को अंतरिम बजट में भी कुछ राहत दी गई है। जल्द ही मकानों पर जीएसटी में भी छूट मिलने की संभावना है। एसबीआई के इस कदम के बाद अब जल्द ही अन्य बैंक भी अपने होम लोन की ब्याज दर में कटौती करेंगे।