मुंबई। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने भुगतान नेटवर्क से सबसे अधिक दुकानों को जोड़ने वाला बैंक बन गया है। फरवरी, 2016 तक देशभर में SBI के स्थापित प्वॉइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) टर्मिनलों की संख्या 2.96 लाख थी। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इस मामले में एसबीआई के बाद HDFC बैंक (2.81 लाख) का स्थान रहा।
उसके बाद एक्सिस बैंक (2.58 लाख) और ICICI बैंक (2 लाख) का नंबर आता है। SBI ने बयान में कहा, प्रत्येक भारतीय के लिए बैंकर के रूप में हम देश के सभी हिस्सों में इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को प्रोत्साहन देने को प्रतिबद्ध हैं। देशभर में कुल 13.63 लाख पीओएस टर्मिनल हैं। इनमें से तीन-चौथाई इन चार बैंकों के हैं।
भारतीय दंपत्ति ने ऑस्ट्रेलियाई बैंक पर डेढ़ अरब डॉलर का मुकदमा दायर किया
एक हाई-प्रोफाइल भारतीय मूल के दंपत्ति ने ऑस्ट्रेलिया के एएनजी बैंक पर डेढ़ अरब डॉलर का मुकदमा दायर किया। ऑस्ट्रेलिया के कानूनी इतिहास में यह सबसे बड़े मुकदमों में से एक है। विक्टोरिया के सुप्रीम कोर्ट में मामला दर्ज कराने वाली दंपत्ति पंकज एवं राधिका ओसवाल का आरोप है कि एएनजैड बैंक ने करोड़ों के कर्ज की वापसी के लिए उनकी उर्वरक कंपनी के शेयरों का मूल्य कथित तौर पर कम आंका।
विक्टोरिया के कानूनी इतिहास के सबसे बड़े मामलों में से एक यह मामला पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया स्थित ओसवाल की कंपनी बुर्रप फर्टिलाइजर्स की मजबूरन बिक्री से जुड़ा हुआ है जिसे 2010 में रिसीवरों ने जब्त कर दिया था। ओसवाल दंपत्ति ने आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड बैंकिंग समूह (एएनजैड) और रिसीवर पीपीबी ने उनके इस उर्वरक कारोबार के शेयरों की कीमत डेढ़ अरब डॉलर कम आंकी।
यह भी पढ़ें- HDFC रियल्टी और SBI कैप्स ने शुरू की सहारा की जमीन बेचने की प्रक्रिया, ई-नीलामी के जरिये होगी बिक्री