इंदौर। लेन-देन की मुफ्त सीमा के बाद ATM के इस्तेमाल पर खाताधारकों से वसूले जाने वाले शुल्क से देश के सबसे बडे़ कर्जदाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की कमाई बढ़ती जा रही है। SBI ने वित्त वर्ष 2015-16 में एटीएम इस्तेमाल पर लगने वाले लेन-देन शुल्क से 310.44 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया, जो इसके पिछले साल के मुकाबले 47.5 फीसदी अधिक है।
मध्यप्रदेश के नीमच निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बताया कि उनकी आरटीआई अर्जी के जवाब में SBI ने यह जानकारी दी है। SBI की ओर से गौड़ को दो जून को भेजे जवाब में यह भी बताया गया कि वित्त वर्ष 2014-15 में बैंक ने लेन-देन की मुफ्त सीमा के बाद एटीएम का इस्तेमाल करने वाले खाताधारकों से 210.47 करोड़ रुपए का शुल्क वसूला था।
SBI ने गौड़ की एक अन्य आरटीआई अर्जी के उत्तर में बताया कि उसने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश के मुताबिक एक नवंबर 2014 से एटीएम के लेन-देन पर शुल्क वसूलना शुरू किया था। गौड़ के मुताबिक इस जवाब में बताया गया कि SBI खुद के एटीएम पर खाताधारकों को महीने में अधिकतम पांच बार मुफ्त लेन-देन की सुविधा प्रदान करता है। इस सीमा के बाद SBI के अपने ATM से होने वाले हर लेन-देन पर खाताधारकों से 20 रुपए के तय शुल्क साथ सेवा कर वसूला जाता है।
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