नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ( SBI ) की परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी SBI म्यूचुअल फंड ने अपनी कुछ योजनाओं को फिर से वर्गीकृत किया है। यह कदम अव्यवस्था को कम करने और विभिन्न म्यूचुअल फंड योजनाओं के प्रदर्शन की तुलना को सरल बनाने के लिए उठाया गया है। इसके अतिरिक्त कंपनी ने मौजूदा निवेशकों को योजना से बाहर निकलने का विकल्प भी दिया है।
यह कदम बाजार नियामक सेबी के निर्देशों के अनुपालन के प्रयास का एक हिस्सा है। कंपनी ने निवेशकों को लिखे पत्र में कहा , " हमारी कुछ योजनाओं की विशेषताओं में बदलाव किए जाएंगे , जिसके परिणामस्वरूप SBI म्युचूअल फंड की कुछ योजनाओं के मौलिक गुण में परिवर्तन होगा। " जिन मौजूदा योजनाओं में बदलाव किया गया है , उनमें - मैगनम इक्विटी फंड , मैगनम मल्टीप्लायर फंड , इमर्जिंग बिजनेस फंड , एफएमसीजी फंड , आईटी फंड , फार्मा फंड और कॉर्पोरेट बांड फंड शामिल है।
फंड हाउस ने कहा कि योजना के प्रकार , निवेश उद्देश्य , परिसंपत्ति आवंटन और निवेश रणनीति में बदलाव किया है। साथ ही मौजूदा निवेशकों को यूनिट रीडिम ( भुनाने ) या उसको एक योजना से दूसरी योजना में हस्तांतरित करने का विकल्प बिना किसी एक्जिट लोड ( शुल्क ) के दिया गया है।