नई दिल्ली। सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और अन्य वित्तीय संस्थानों को पूंजी-संकट से जूझ रहे येस बैंक का अधिग्रहण करने की मंजूरी दे दी है और इस संबंध में घोषणा शीघ्र ही की जाएगी। एक उच्च पदस्थ सूत्र ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एसबीआई के बोर्ड की मुंबई में एक बैठक चल रही है, लेकिन अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि इस बैठक का एजेंडा येस बैंक के अधिग्रहण पर विचार करना है। एनपीए के जाल में फंसा येस बैंक नई पूंजी जुटाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अभी तक उसे इसमें कोई सफलता नहीं मिली है।
बैंक ने चालू संकट के कारण दिसंबर 2019 तिमाही के वित्तीय नतीजों को घोषित करने के लिए और अतिरिक्त समय मांगा है। एनपीए के कारण बैंक का पूंजी स्टॉक नियामकीय सीमा से नीचे चला गया है। सूत्र ने कहा कि सरकार ने एसबीआई के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को येस बैंक में नियंत्रण हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
येस बैंक ने कहा है कि वह यह स्पष्ट करना चाहता है कि अभी तक उसे इस संबंध में आरबीआई या सरकार या अन्य नियामकीय प्राधिकरण या एसबीआई से कोई सूचना नहीं मिली है। येस बैंक ने कहा कि उसे ऐसे किसी भी निर्णय की जानकारी नहीं है। बीएसई और एनएसई ने एसबीआई व येस बैंक दोनों से इस संबंध में जानकारी मांगी थी।
येस बैंक ने कहा है कि वह अपने व्यवसाय या नियामकीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पूंजी/धन जुआने के विभिन्न विकल्पों पर निरंतर ध्यान दे रहा है। बैंक ने यह भी कहा है कि वह सेबी नियमों के मुताबिक वह स्टॉक एक्सचेंज को जानकारियों से अवगत कराता रहेगा।