नई दिल्ली। महंगाई की मार झेल रहे आम-लोगों पर अब महंगी ब्याज दरों की मार पड़ने वाली है। 1 अक्टूबर से देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नई ब्याज दरें लागू कर दी हैं। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) की दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इसके अलावा बैंक ने बैंचमार्क प्राइम लैंडिंग रेट्स (BPLR) और बेस रेट में भी बढ़ोत्तरी कर दी है। आसान शब्दों में कहा जाए तो बैंक इन्हीं दरों के आधार पर आम लोगों को कर्ज प्रदान करते हैं। इस बढ़ोत्तरी के बाद अब कार, ऑटो के अलावा पर्सनल लोन की दरें भी बढ़ सकती हैं। ब्याज दरों में यह बढ़ोत्तरी 1 अक्टूबर 2018 से लागू हो गई है। आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की घोषणा कर चुका है।
ये है MCLR की नई दरें
स्टेट बैंक की वेबसाइट पर नई ब्याज दरों की सूची जारी कर दी गई है। बैंक ने लघु अवधि से लेकर मध्यम और दीर्घ अवधि के MCLR में वृद्धि कर दी है। ओवर नाइट से लेकर 1 महीने का एमसीएलआर 8.10 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया गया है। वहीं तीन महीने का एमसीएलआर 8.15 से बढ़ाकर 8.20 प्रतिशत और 6 महीने का 8.30 से बढ़ाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया गया है। एक, दो और तीन साल का एमसीएलआर क्रमश: 8.50, 8.60 और 8.70 हो गया है।
BPLR और बेस रेट भी बढ़ी
एसबीआई द्वारा जारी की गई नई दरों के अनुसार अब बीपीएलआर की दरें 13.70 प्रतिशत वार्षिक से बढ़कर 13.75 प्रतिशत वार्षिक कर दी गई हैं। इस प्रकार यहां भी बढ़ोत्तरी 0.05 प्रतिशत की है। इसके अलावा बैंक ने 8.95 प्रतिशत से बढ़ाकर 9.00 प्रतिशत कर दिया है। यह वृद्धि भी 1 अक्टूबर 2018 से लागू हो गई है।
आपको बता दें कि बैंकों ने अप्रैल 2016 से MCLR के आधार पर होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन जैसे कर्ज की दरों को तय करना शुरू किया है, फिक्स दरों पर लिए लोन के अलावा अन्य सभी लोन पर MCLR मे बदलाव का असर पड़ता है।