मुंबई। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने नेट बैंकिंग इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को तोहफा दिया है। SBI ने छोटी ट्रांजैक्शन पर लगने वाले IMPS चार्ज को खत्म कर दिया है। स्टेट बैंक के ग्राहकों को 1,000 रुपए तक के ट्रांजैक्शन पर अब किसी तरह का IMPS शुल्क नहीं चुकाना पड़ेगा। इसस पहले 1,000 रुपए तक के IMPS पर सर्विस टैक्स के साथ 5 रुपए का चार्ज वसूला जा रहा था। बैंक ने यह कदम छोटे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए उठाया है।
उल्लेखनीय है कि IMPS एक त्वरित अंतरबैंकिंग इलेक्ट्रॉनिक कोष हस्तांतरण सेवा है। इसका उपयोग मोबाइल फोन और इंटरनेट बैंकिंग दोनों माध्यम से किया जा सकता है। वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के बाद वित्तीय लेनदेन पर 18 प्रतिशत की दर से कर लगाए जाने की सूचना देने के दौरान उसने यह जानकारी दी।
IMPS चार्ज वह शुल्क होता है जो तुरंत ट्रांजैक्शन की सेवा लेने पर बैंक द्वारा वसूला जाता है। आम और पर 1,000 रुपए की ट्रांजैक्शन टिकट बुकिंग और ऑनलाइन खरीदारी जैसी सेवाओं के लिए होती है, यानि इस 1,000 रुपए तक की ट्रांजैक्शन में आने वाली सभी सेवाओं पर अब IMPS चार्ज नहीं देना होगा।
हालांकि SBI ने 1,000 रुपए से ऊपर की ट्रांजैक्शन पर लगने वाले IMPS चार्ज में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। 1,000 रुपए से 1 लाख रुपए तक की IMPS ट्रांजैक्शन पर 5 रुपए के साथ लागू होने वाला जीएसटी वसूला जाएगा। इसी प्रकार 1 लाख रुपए से 2 लाख रुपए तक की IMPS ट्रांजैक्शन पर 15 रुपए और लागू होने वाला जीएसटी वसूल किया जाएगा।