नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 5 अन्य स्टेट बैंक और भारतीय महिला बैंक के साथ विलय के बाद नई भर्तियां कम कर दी है और जो पद खाली हुये हैं उनको भरने का काम बहुत छोटी संख्या में किया है। वित्तवर्ष 2017-18 क पहली छमाही के दौरान SBI ने अपने यहां 10,000 से ज्यादा नौकरियों को घटा दिया है। SBI की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मार्च 2017 के दौरान उसके कर्मचारियों की कुल संख्या 2,79,803 थी और सितंबर अंत में यह संख्या घटकर 2,69,219 रह गई है।
पहली अप्रैल से SBI के साथ स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और भारतीय महिला बैंक का विलय लागू हुआ है। विलय के बाद SBI की देशभर में कुल शाखाओं में 6,847 की बढ़ोतरी हुई है और इनकी संख्या बढ़कर 23,423 तक पहुंच गई है।
लेकिन इस विलय के बाद SBI ने नई भर्तियां बहुत कम संख्या में की है, बैंक से जो लोग सेवानिवृत हुए हैं उनकी जगह बहुत कम लोगों की भर्ती की गई है, SBI के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से सितंबर के दौरान 11,382 लोग सेवानिवृत हुए हैं जबकि सिर्फ 798 लोगों को की नई भर्ती हुई है।