नई दिल्ली। अपने पुराने ग्राहकों को देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने एक और तोहफा दिया है। एसबीआई ने अपने बेस रेट में 15 आधार अंक (0.15 प्रतिशत) की कटौती करने की घोषणा की है। बैंक ने एक बयान में कहा है कि बेस रेट की नई दरें एक अप्रैल 2017 से प्रभावी मानी जाएंगी।
एक अप्रैल 2016 से जिन लोगों ने एसबीआई से होम लोन या अन्य लोन लिया है, उन्हें बेस रेट घटने का फायदा मिलेगा।
ऐसा माना जा रहा है कि एसबीआई के इस कदम के बाद अब अन्य सार्वजनिक व प्राइवेट बैंक भी अपने-अपने बेस रेट में कटौती करेंगे, जिससे पुराने ग्राहकों को फायदा होगा। जिन ग्राहकों ने बैंकों से बेस रेट पर लोन लिया है, उनकी मासिक किस्त में थोड़ी कमी आएगी।
एसबीआई का बेस रेट पहले 9.25 प्रतिशत था, जो अब घटकर 9.10 प्रतिशत हो गया है। बैंक के मार्जिनल कॉस्ट-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को अपरिवर्तित रखा गया है। छह माह के लिए एमसीएलआर रेट 7.95 प्रतिशत, एक साल के लिए 8 प्रतिशत, दो साल के लिए 8.10 प्रतिशत, जबकि तीन साल के लिए एमसीएलआर रेट 8.15 प्रतिशत है।
एक अनुमान के मुताबिक कुल फ्लोटिंग रेट लोन का केवल 30-40 प्रतिशत ही एमसीएलआर से जुड़ा है, जबकि शेष लोन अभी भी बेस रेट पर ही आधारित है। सितंबर तिमाही के अंत में एसबीआई की होम लोन बुक में तकरीबन 15 प्रतिशत या 13,000 करोड़ रुपए का लोन एमसीएलआर से जुड़ा था, जबकि इसके ओवरऑल लोन बुक का 40 प्रतिशत नए एमसीएलआर सिस्टम में जुड़ा है।