देश की बैंकिंग व्यवस्था में पिछले दिनों बड़ा बदलाव आया है। पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक जैसे देश के कई बड़े बैंकों में मर्जर की प्रक्रिया पूरी हुई है। मर्जर के बाद पुराने बैंकों के आईएफएससी कोड में बदलाव हुए है। इस बीच भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने आईएफएससी और उससे जुड़े बेनिफिशरी को लेकर सूचित किया है। SBI ने टि्वटर पर लिखा है कि यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के पंजाब नेशनल बैंक के साथ मर्ज होने के बाद कस्टमर्स को अपने पुराने बेनिफिशरी को अकाउंट से डिलीट कर देना चाहिए। बाद में नए आईएफएससी के साथ बेनिफिशरी को दोबारा रजिस्टर करना चाहिए।
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ट्विटर पर स्टेट बैंक ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पैसा ट्रांसफर न होने जैसी दिक्कतों से बचने के लिए आप कस्टमर्स बेनिफिशरी लिस्ट को दोबारा रजिस्टर करें। यूबीआई और ओबीसी बैंक का पंजाब नेशनल बैंक के साथ विलय हुआ है। जिसके कारण उनका आईएफएससी बदल गया है। यदि ग्राहक पुराने कोड के साथ बेनिफिशरी को फंड ट्रांसफर करते हैं, तो पेमेंट करने में दिक्कत आएगी। ट्रांसफर फेल हो जाएगा। ऐसी स्थिति में बेनिफिशरी लिस्ट को फिर से रजिस्ट करना जरूरी है।
बैंकिंग सिस्टम में हालिया बदलाव के बाद स्टेट बैंक ने अपने सभी 1295 ब्रांच के लिए नए कोड और उसी के हिसाब से IFSC कोड जारी किए हैं। ऐसे में अगर कोई पीएनबी के साथ पेमेंट के लिए पुराने आईएफएससी कोड के जरिये लेन-देन करना चाहेगा तो उसका ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है। इससे बचने के लिए एसबीआई ने बेनिफिशरी के नाम दोबारा रजिस्टर करने की अपील की है।
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इन बैंकों का हुआ है मर्जर
हाल ही में यूबीआई और ओबीसी पंजाब नेशनल बैंक का हिस्सा हैं। पीएनबी ने आईएफएससी की नई लिस्ट भी जारी की है। अब मर्ज होने से पहले के आईएफएससी कोड काम नहीं करेंगे। इसलिए पेमेंट फेल न हो, इसके लिए नए आईएफएससी कोड को रजिस्टर करना जरूरी होगा।