मुंबई। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने केरल में बाढ़ पीड़ितों और संकटग्रस्त राज्य को वापस पटरी पर लाने के लिए दो करोड़ दान में देने की घोषणा की है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एसबीआई ने अपने सभी 270,000 कर्मचारियों को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया और बैंक ने कर्मचारियों द्वारा दी जाने वाली राशि के बराबर धनराशि का योगदान देने की घोषणा की है। राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शाखाओं और एटीएम के काम को बहाल करने के प्रयासों के अलावा बाढ़ से राहत के लिए ऋण देने, डुप्लीकेट पासबुक, एटीएम कार्ड, चेक बुक सेवाओं और ईएमआई में देरी होने पर शुल्क में छूट देने की भी घोषणा की है।
इसके अलावा एसबीआई ने सीएमडीआरएफ को भेजी गई निधि पर लगने वाले सभी शुल्कों को छोड़ने का भी फैसला किया है। बैंक ने एक महीने के लिए राहत देते हुए मौजूदा ग्राहकों के एक्सप्रेस क्रेडिट को बढ़ा दिया है। पीओएस पर नकदी देने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, ताकि लोग राज्य में दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 2,000 रुपए का लाभ उठा सकें।
जिन लोगों के निजी दस्तावेज गुम हो चुके हैं, वे केवल फोटो और हस्ताक्षर या थंब इम्प्रेशन से छोटे खाते खोल सकते हैं। एसबीआई के सभी कर्मचारियों को ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने के लिए भी कहा गया है। बाढ़ प्रभावित राज्य में कम से कम 180 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। पिछले 10 दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते 12 जिलों में तबाही का मंजर है।