![SBI Chairman, Rajnish Kumar, yes bank crisis, yes bank latest update in hindi](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
SBI Chairman Rajnish Kumar । File Photo
मुंबई/नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख रजनीश कुमार ने शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त येस बैंक के पुनर्गठन के लिए बैंक को योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि बैंक के अधिकारी मसौदा योजना का सावधानी से अध्ययन कर रहे हैं। कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया, 'हमें येस बैंक के पुनर्गठन के लिए योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है। हमारी निवेश एवं कानूनी टीम सावधानी से इसे देख रही है।' उन्होंने बताया कि कई संभावित निवेशकों ने मसौदा योजना को देखने के बाद एसबीआई का रुख किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि साझेदारों के हित के साथ कोई समझौता नहीं होगा। शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी के संकट से जूझ रहे येस बैंक के पुनर्गठन के लिए मसौदा योजना लाने की घोषणा की थी।
SBI करेगा 2,450 करोड़ रुपए का निवेश
एसबीआई का कहना है कि नगदी संकट से जूझ रहे येस बैंक को फिलहाल 20 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है। शनिवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि एसबीआई येस बैंक में फिलहाल 2450 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि हमने स्टॉक एक्सचेंज को बता दिया है कि एसबीआई येस बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। हालांकि, उन्होंने कि इस निवेश पर अंतिम फैसला एसबीआई का बोर्ड का करेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग एसबीआई में निवेश करना चाहते हैं कि उसके लिए ये एक मौका है। रजनीश कुमार ने कहा कि उनकी कोशिश है कि निवेश योजना को रिजर्व बैंक की समय सीमा से पहले ही पास करा लिया जाए।
इतना ही नहीं, रजनीश कुमार ने कहा है कि यस बैंक के खाताधारकों पर कोई खतरा नहीं है, उनका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है। कुछ दिनों की बात है खाताधारकों का संकट दूर हो जाएगा। रजनीश कुमार ने एसबीआई की निवेश योजना को विस्तार से बताते हुए कहा कि निवेश प्लान पर विचार करने के बाद हम 9 मार्च को फिर से रिजर्व बैंक के पास जाएंगे। उन्होंने कहा कि एसबीआई ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बता दिया है कि एसबीआई बोर्ड ने येस बैंक में निवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि 26 प्रतिशत शेयर में 3 साल का लॉक इन है, यानी कि एक बार खरीदने के बाद 3 साल तक के लिए इन शेयरों को नहीं बेचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि अगर एसबीआई अकेले निवेश करती है तो 2450 करोड़ रुपया निवेश किया जा सकेगा।
निजी निवेशकों ने भी दिखाई रुचि
एसबीआई ने कहा कि निजी निवेशक येस बैंक में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, इसमें कुछ अच्छे नाम भी हैं। रजनीश कुमार ने कहा कि हम सहयोगी निवेशकों की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो कोई भी 5 फीसदी से ज्यादा शेयर खरीदना चाहता है कि उसके लिए कुछ नियम हैं। उन्होंने कहा कि हमारी निवेश टीम पूरे परिदृश्य पर विचार कर रही है।
वित्त मंत्री ने कही थी ये बात
शुक्रवार को वित्त मंत्री ने कहा था कि, हमारी सरकार भरोसा दिलाती है कि जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित रहेगा। मैं आरबीआई से गुजारिश करती हूं कि वह कानून के मुताबिक इस मामले की गंभीरता और महत्व को समझते हुए ऐसा रास्ता निकाले जिससे लोगों की परेशानियां कम हों। वित्त मंत्री ने कहा, यस बैंक के कर्मचारियों की नौकरी, वेतन एक साल तक सुरक्षित हैं, जमाएं और देनदारियां अप्रभावित रहेंगी। आरबीआई पता लगाएगा कि यस बैंक में क्या गलत हुआ। इसमें व्यक्तिगत भूमिका का पता लगाना होगा।