मुंबई। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और ब्रूकफील्ड संपत्ति प्रबंधन कंपनी ने एक अरब डॉलर के शुरूआती कोष से एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनाई है। इस राशि का इस्तेमाल फंसे कर्ज की संपत्तियों में निवेश के लिए किया जाएगा। सरकारी बैंक ने एक बयान में बताया कि इस संयुक्त उपक्रम में ब्रूकफील्ड ने 7,000 करोड़ रुपए के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है जबकि एसबीआई फंसी हुए कर्ज की संपत्तियों में कुल पांच प्रतिशत तक का निवेश करेगा।
बैंक की अध्यक्ष अरूंधति भट्टाचार्य ने बयान में कहा कि यह फंसे हुए कर्ज से निपटने का एक विकल्प है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ इस संबंध में बात की जा रही है। इस संयुक्त उपक्रम में फंसे हुए कर्ज की विभिन्न संपत्तियों का आकलन ब्रूकफील्ड की परिचालनात्मक विशेषज्ञता के माध्यम से किया जाएगा।
बैंकों को बुनियादी ढांचा वित्तपोषण के लिए तैयार किया जा रहा है: विनोद राय
भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की दबाव वाली परिसंपत्ति (एनपीए) के समाधान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और उन्हें अगले साल मार्च तक बुनियादी ढांचा वित्तपोषण के लिए तैयार किया जा रहा है। यह बात शीर्ष बैंकों की संचालन समिति के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कही। बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) के अध्यक्ष विनोद राय ने यहां कहा, हम 31 मार्च 2017 की समय सीमा के भीतर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कर्ज में फंसी राशि के समाधान की गति बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि बैंक जल्द से जल्द वित्तपोषण शुरू करें क्योंकि जब तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं के लिए ऋण नहीं देते ये परियोजनाएं शुरू नहीं हो सकतीं।