कोरोना संकट के बीच दुनिया भर की रुसवाई झेल रहे चीन को साउदी अरब ने बड़ा झटका दिया है। अंग्रेजी बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी साउदी अरामको ने चीन के साथ 10 अरब डॉलर की एक बड़ी डील कैंसिल कर दी है। बता दें कि पिछले साल फरवरी में क्राउन प्रिंस सलमान ने चीन के साथ यह बड़ी डील साइन की थी। इस डील के तहत अरामको चीन के साथ मिलकर एक रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स बनाने वाली थी।
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फिलहाल साउदी अरामको कीे ओर से इस डील को कैंसिल करने को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है, लेकिन इकोनोमिक टाइम्स के अनुसार, कोरोना संकट के बीच दुनिया भर में तेल की मांग घटी है, जिससे कच्चा तेल काफी सस्ता हो गया है। काफी कोशिशों के बावजूद तेल कंपनियों नुकसान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसे देखते हुए अरामको ने इस डील को खत्म करने का फैसला किया है। घाटा पाटने के लिए अरामको ने फिलहाल खर्चे घटाने पर जोर देना शुरू किया है। कंपनी ने 75 अरब डॉलर का डिविडेंड जारी भी करने का फैसला किया है। इस डिविडेंड का बड़ा हिस्सा सऊदी किंगडम को जाता है जो फिलहाल भारी किल्लत से गुजर रहा है।
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अरामको ने भारत में किया है 44 अरब डॉलर का निवेश
साउदी अरामको चीन के साथ ही भारत में भी बड़ा निवेश कर चुकी है। अरामको ने भारत में 44 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह निवेश महाराष्ट्र के रत्नागिरी मेगा रिफाइनरी प्रॉजेक्ट में किया गया है। ऐसे में चीन के बाद अब सभी की निगाहें भारत पर भी हैं। संकट से गुजर रही ये दुनिया का सबसे बड़ी तेल कंपनी भारत से भी किनारा कर सकती है।