नई दिल्ली। सऊदी अरब ने कच्चे तेल के उत्पादन में 10 लाख बैरल प्रतिदिन की अतिरिक्त कटौती का ऐलान किया है। कटौती के साथ ही देश के कच्चे तेल का उत्पादन 18 साल में सबसे निचले स्तर पर आ जाएगा। सउदी अरब ने आज ही अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए कई कदमों का ऐलान किया है। जानकारों के मुताबिक तेल कीमतों में स्थिरता लाने के लिए तेल उत्पादन घटाने का फैसला किया गया है। माना जा रहा है कि इस कदम में आगे अन्य तेल उत्पादक देश भी शामिल हो सकते हैं।
कोरोना संकट के चलते सऊदी अरब में वित्तीय संकट खड़ा हो गया है। आर्थिक सेहत सुधारने के लिए सरकार काफी कोशिशें कर रही हैं जिसमें आय को बढ़ाने के लिए आज कई कदम उठाए गए हैं। तेल उत्पादन में कटौती भी इसी प्रक्रिया का हिस्सा है। सरकार उम्मीद कर रही है कि मांग बढ़ने के संकेतं के साथ उत्पादन घटाने से कीमतों में स्थिरता आएगी और आगे मांग में बढ़त के साथ कीमतों में भी बढ़त देखने को मिलेगी।
इसके साथ ही आज सऊदी अरब सरकार ने आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स की दर बढ़ाकर तीन गुना कर दी है। इसके साथ ही सरकार ने देश में जारी कई प्रोजेक्ट में 26 अरब डॉलर की कटौती का ऐलान किया है। वहीं आम लोगों से जुड़ी कुछ योजनाओं को भी बंद किया गया है। सरकार कटौती कर सरकारी खजाने पर तब तक बोझ कम करना चाहती है जब तक तेल की कीमते में बढ़त शुरू नहीं होती।
फिलहाल ब्रेंट क्रूड की कीमतें 30 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है। पिछले महीने ही कीमतें 20 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थीं। वहीं अप्रैल में डब्लूटीआई क्रूड की कीमत निगेटिव में पहुंच गई थीं।