दुबई। इस साल जी-20 देशों के समूह की अध्यक्षता कर रहे सऊदी अरब ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते वैश्विक नेताओं की आगामी नवंबर में होने वाली बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित की जाएगी। सऊदी अरब ने महामारी से पहले जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत रियाद में वैश्विक नेताओं की मेजबानी करने की योजना बनाई थी। यदि यह योजना साकार होती हो सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मंच साझा करने का मौका मिलता।
सऊदी अरब ने कहा कि 21-22 नवंबर को वर्चुअल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता किंग सलमान करेंगे। इस संबंध में जारी एक बयान के मुताबिक बैठक के दौरान महामारी के दौरान उजागर हुईं कमजोरियों को दूर करने और बेहतर भविष्य की नींव रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। बयान के मुताबिक जी-20 देशों ने कोविड-19 वैक्सीन के उत्पादन और चिकित्सीय मदद के लिए 21 अरब डॉलर से अधिक का योगदान किया है और वैश्विक अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के लिए 11,000 अरब डॉलर लगाए हैं। जी20 मंच दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
आईआईएम कलकत्ता का फाइनेंशियल टाइम्स की एशियाई सूची में दूसरा स्थान
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) कलकत्ता को फाइनेंशियल टाइम्स मास्टर्स इन मैनेजमेंट रैकिंग्स 2020 सूची में एशिया का दूसरा सर्वश्रेष्ठ संस्थान चुना गया है। आईआईएम-सी को उसके दो साल के एमबीए (प्रबंधन में परास्नातक) पाठ्यक्रम के लिए यह स्थान मिला है। आईआईएम-सी के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि संस्थान के इस पाठ्यक्रम को दुनियाभर में 21वां स्थान प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि संस्थान एशिया में दूसरे स्थान पर रहा। वहीं देश के पांच शीर्ष प्रबंधन संस्थानों में भी इसकी रैंकिंग दूसरी रही। आईआईएम-सी के निदेशक अनुज सेठ ने कहा कि फाइनेंशियल टाइम्स की रैकिंग ने फिर एक बार साबित किया है कि संस्थान का एमबीए पाठ्यक्रम उसके स्नातकों के लिए कितना अहम धरातल उपलब्ध कराता है, जहां से वह समाज और कारोबार जगत में नई ऊंचाइयां छू सकते हैं और अपना योगदान दे सकते हैं।