नई दिल्ली। दुनिया में 5जी नेटवर्क से डाउनलोड की सबसे ज्यादा तेज स्पीड सऊदी अरब की है और उसके बाद दक्षिण कोरिया का स्थान है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दक्षिण कोरिया में औसत स्पीड 336.1 मेगाबिट्स प्रति सेकंड (एमबीपीएस) तक पहुंच गई है। इंडस्ट्री ट्रैकर ओपनसिग्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब में 5जी डाउनलोड की औसत स्पीड 377.2 एमबीपीएस है। इस कंपनी ने 15 देशों में 1 जुलाई से 28 सितंबर के बीच डेटा ट्रैक कर यह सर्वे किया है।
वहीं दक्षिण कोरिया ने अपनी औसत 5जी डाउनलोड स्पीड 4जी की 60.5 एमबीपीएस की औसत स्पीड से 5.6 गुना बढ़ा ली है। योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ओपनसिग्नल की अगस्त की रिपोर्ट में दक्षिण कोरिया की 5जी नेटवर्क के लिए स्पीड 312.7 एमबीपीएस थी। इसके अलावा दक्षिण कोरियाई 5जी यूजर्स के खर्च को लेकर भी इसमें खुलासे हुए हैं। यूजर्स का नेटवर्क से जुड़ा खर्च पिछली रिपोर्ट के दौरान सामने आए 20.7 प्रतिशत से बढ़कर 22.2 प्रतिशत हो गया है।
कई देशों ने 5जी नेटवर्क शुरू कर दिया है, जिनमें दक्षिण कोरिया भी शामिल है। हालांकि अभी वह नॉन-स्टैंडअलोन मोड पर नेटवर्क सर्विस दे रहा है, जिसके लिए उसे 4जी नेटवर्क के सपोर्ट की जरूरत होती है। देश में अगस्त में 87 लाख मोबाइल एकाउंट थे, जो उसके पिछले महीने से 8 लाख अधिक थे।
जियो, क्वालकॉम ने 5जी तकनीक का सफल परीक्षण किया
रिलायंस जियो और अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी क्वालकॉम भारत में स्वदेशी 5जी नेटवर्क ढांचागत सुविधा और सेवाओं के तेजी से विकास तथा क्रियान्वयन के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। रिलायंस जियो के प्रेसिडेंट मैथ्यू ओमान ने कहा कि क्वालकॉम की प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए जियो ने देश में 5जी रैन (रेडियो एक्सेस नेटवर्क) विकसित किया है। इसका अमेरिका में पहले ही परीक्षण किया जा चुका है और वह सफल रहा है। क्वालकॉम के 5जी सम्मेलन में ओमान ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी है कि क्वालकॉम की प्रौद्योगिकी और मदद से जियो ने 5जी रैन उत्पाद विकसित किया है। इसमें एक जीबीपीएस की गति प्राप्त की गई।
रिलायंस जियो का यह कदम मायने रखता है। फिलहाल अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड और जर्मनी जैसे कुछ ही देश 5जी ग्राहकों के लिए एक जीबीपीएस की गति उपलब्ध कराने में सक्षम है। क्वालकॉम के बयान के अनुसार क्वालकॉम टेक्नोलॉजीज और रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म अपनी पूर्ण अनुषंगी रेडिसिस के साथ मिलकर 5जी तकनीक पर काम कर रही हैं, ताकि भारत में इसे जल्द पेश किया जा सके। इस साल की शुरूआत में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने घोषणा की थी कि क्वालकॉम वेंचर्स, जियो प्लेटफॉर्म में 730 करोड़ रुपए निवेश के साथ 0.15 प्रतिशत हिस्सेदारी हसिल करेगी।