कोलकाता। एंटरप्राइज सॉल्यूशंस प्रोवाइडर SAP ने अपनी ग्रोथ के लिए भारत में SME सेक्टर पर बड़ा दांव लगाया है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि SAP के 80 प्रतिशत क्लाइंट SME सेक्टर से हैं।
SAP India के प्रमुख (मार्केटिंग) कृष्णन चटर्जी ने कहा कि SAP की ग्रोथ देश में SME सेक्टर की ग्रोथ की साथ जुड़ी हुई है।
- उन्होंने कहा कि कंपनी के 8,000 क्लाइंट बेस में तकरीबन 80 प्रतिशत SME यूनिट हैं।
- इस सेक्टर में बड़े कॉरपोरेट समूह की तुलना में कई गुना अधिक ग्रोथ की क्षमता है।
- इस साल एक जुलाई से जीएसटी लागू होने की संभावना के बीच SAP ने एक एंटरप्राइज सॉल्यूशन ‘जीएसटी इन ए बॉक्स’ पेश किया है, जो एसएमई सेक्टर को नए अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के अनुपालन में मदद करेगा।
- उन्होंने कहा कि एसएमई सेक्टर के लिए पूंजी एक समस्या बनी हुई है, ऐसे में सैप ने क्लाउड की पेशकश की है जो लागत को किफायती बनाए रखता है।
- उन्होंने कहा कि अब बड़े कॉरपोरेट्स भी, जो विशेष सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करते हैं, हाडब्रिड क्लाउड का रुख कर रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि सैप के भारत में स्थित डेवलपमेंट सेंटर में एसएमई के लिए एक नया जीएसटी सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है।
- सैप इंडिया के बेंगलुरु और गुरुग्राम में दो डेवलपमेंट सेंटर हैं, जहां 10,000 इंजीनियर काम करते हैं।