नई दिल्ली। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग इंडिया ने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) पहल के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ करार किया है। इस गठजोड़ के तहत अगले कुछ साल के दौरान 50,000 युवाओं को प्रशिक्षण देकर इलेक्ट्रॉनिक्स खुदरा क्षेत्र में रोजगार के लिए तैयार किया जायेगा। मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि सैमसंग दोस्त (डिजिटल एंड ऑफलाइन स्किल्स ट्रेनिंग) के तहत प्रमुख स्मार्टफोन तथा इलेक्ट्रॉनिक सामान विनिर्माता कंपनी एनएसडीसी के देशभर में स्थित राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण केंद्रों के जरिये युवाओं को प्रशिक्षण देगी।
स्कूलों से निकले युवाओं को देश में 120 स्थानों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत युवाओं को सैमसंग के खुदरा आउटलेट्स पर भी रोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए उन्हें भुगतान भी किया जाएगा। कंपनी ने इस बारे में एनएसडीसी के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बयान में कहा गया है कि सैमसंग दोस्त इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र का सबसे बड़ा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम है। पहला चरण पायलट आधार पर 2,500 भागीदारों के साथ शुरू किया जाएगा। सैमसंग दक्षिण-पश्चिम एशिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) केन कान्ग ने कहा, ‘‘सैमसंग दोस्त कार्यक्रम भारत सरकार के कुशल भारत कार्यक्रम से ही संबंधित है। यह हमारी युवा भारत की अगली पीढ़ी को सशक्त करने के दृष्टिकोण ‘‘पावरिंग डिजिटल इंडिया’ के अनुरूप है। ’’
हाल में जारी हुए आंकड़ों की माने तो देश में जुलाई में 1.6 करोड़ रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ। इनमें से ज्यादातर रोजगार कृषि और निर्माण क्षेत्रों में पैदा हुये। वहीं इसी अवधि में वेतन वाली नौकरियां 32 लाख घट गईं। ये जानकारी सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) ने दी। सीएमआईई की माने तो अच्छी गुणवत्ता यानी वेतन वाली नौकरियों में गिरावट देखने को मिली है। सरकार रोजगार के बेहतर मौके तैयार करने के लिये स्किल बेहतर करने पर जोर दे रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा नौकरियों के बेहतर मौके मिल सकें।