नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के वारिस ली जे यॉन्ग भारत यात्रा पर हैं। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के वाइस चेयरमैन यॉन्ग त्योहारी सीजन के दौरान भारत में कारोबार विस्तार के लिए निवेश योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। यॉन्ग सैमसंग समूह के प्रमुख ली कुन ही के एकमात्र पुत्र हैं। कुन ही इस समय अस्पताल में भर्ती हैं।
यॉन्ग रविवार को भारत पहुंचे। दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी यॉन्हाप ने सूत्रों के हवाले से कहा कि यॉन्ग को मुंबई में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के अधिकारियों ने यहां कंपनी के मोबाइल कारोबार की जानकारी दी। एजेंसी ने कहा कि दक्षिण कोरिया की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए और निवेश कर सकती है।
सैमसंग देश में सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो की प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। वह यहां 5जी कारोबार का हिस्सा बनने की इच्छुक है। सैमसंग भारत में दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी है। मौजूदा त्योहारी सीजन के दौरान सैमसंग का कारोबार करीब 20 लाख मोबाइल फोन की ऑनलाइन बिक्री से 3,000 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। सैमसंग की प्रतिद्वंद्वी कंपनियां वीवो और ओप्पो पहले ही भारत में मोबाइल विनिर्माण इकाई लगाने के लिए भारी निवेश की घोषणा कर चुकी हैं।
सरकार ने पिछले महीने कंपनियों के लिए कॉरपोरेट कर की दर को करीब दस प्रतिशत घटाकर 25.17 प्रतिशत कर दिया था। नई विनिर्माण इकाइयों के लिए 17.01 प्रतिशत की निचली कर दर की पेशकश भी की गई है। जून, 2017 में सैमसंग ने अपने उत्तर प्रदेश के नोएडा कारखाने में नई क्षमता जोड़ने के लिए 4,915 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी। जुलाई, 2018 में कंपनी ने 2020 तक अपनी हैंडसेट उत्पादन क्षमता को दोगुना कर 12 करोड़ इकाई करने की घोषणा भी की थी।
ऐसी भी खबरें हैं कि यॉन्ग इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति मुकेश अंबानी से मिल सकते हैं। सैमसंग की देश में दो निर्माण फैक्टरी है। एक नोएडा में और दूसरी तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में। इसके साथ ही देश में कंपनी के पांच शोध एवं विकास केंद्र हैं। कंपनी का एक डिजाइन सेंटर नोएडा में है, जिसमें 70 हजार लोग काम करते हैं।
भारत आज के दौर में चीन के बाद सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता है। मोबाइल उद्योग संस्था, आईसीईए के मुताबिक, देश में 268 मोबाइल फोन और सहायक उपकरण बनाने की कंपनी है जिसमें 6.7 लाख लोग काम कर रहे हैं। नोएडा में स्थापित सैमसंग फैक्टरी में फिलहाल 6.8 करोड़ फोन बनाए जाते हैं और 2020 तक इसकी क्षमता दोगुनी यानी 12 करोड़ हो जाएगी।
एसोचैम-पीडब्ल्यूसी के शोध के मुताबिक, देश में फिलहाल 45 करोड़ स्मार्टफोन यूजर हैं। 2022 तक स्मार्टफोन यूजर की संख्या बढ़कर 85.9 करोड़ हो जाने की संभावना है। सूत्र ने कहा कि ली दौरे से यह साफ है कि सैमसंग भारत को बड़े बाजार के तौर पर देख रही है।