नई दिल्ली। नोटबंदी के नफा नुकसान पर चल रही चर्चाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक अहम बयान दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पिछले साल नवंबर में हुई नोटबंदी की तारीफ की है। आईएमएफ ने मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा है कि एक वर्ष पहले भारत ने नोटबंदी की जो कवायद की थी, उससे लंबे समय तक लाभ मिलेगा। आईएमएफ के विलियम मरे ने हर पखवाड़े होने वाले संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमें लगता है कि एक वर्ष पहले हुई नोटबंदी के शानदार लाभ होंगे। इन लाभ के दूर तक जाने की संभावना है।
विलियम ने कहा कि नोटबंदी की वजह से नकदी की कमी के कारण मुख्य रूप से शुरूआती समय पर निजी उपभोग, लघु उद्योग में आर्थिक गतिविधियों में कुछ अस्थायी बाधाएं पैदा हुईं। जिसकी वजह से कारोबार पर असर पड़ा और आम जनता को दिक्कतों का सामना कराना पड़ा। उन्होंने कहा, लेकिन ये प्रभाव अस्थायी होंगे और कुछ समय बाद ही नोटबंदी के फायदे लोगों के सामने आ जाएंगे।
विलियम ने कहा, आर्थिक गतिविधियों पर सूचना एवं उनकी अधिक औपचारिकता और बैंकिंग प्रणाली एवं डिजिटल भुगतान के अधिक प्रयोग से अधिक प्रभावशाली भुगतान प्रणाली के जरिए मध्यम अवधि में नोटबंदी के संभावित प्रभाव पड़ सकते हैं। आईएमएफ जनवरी में भारत के साथ साथ दुनिया के अन्य देशों की विकास दर पर अपने अनुमान जारी करने वाला है।