नई दिल्ली। आयकर विभाग ने सहारा समूह की एंबे वैली लि. (एवीएल) को 24,646 करोड़ रुपए की कर मांग का नोटिस भेजा है। विभाग ने कंपनी के विशेष ऑडिट के बाद यह नोटिस भेजा है। विभाग ने एवीएल के लेखा खातों की विशेष जांच और ऑडिट के बाद पाया कि एक आकलन वर्ष के लिए 48,000 करोड़ रुपए से अधिक की आय को कंपनी के खातों में नहीं दिखाया गया। ऐसे में विभाग ने कंपनी को कर और जुर्माने का नया नोटिस भेजा है।
सहारा समूह के एक प्रवक्ता ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की। प्रवक्ता ने संक्षिप्त बयान में स्वीकार किया कि आयकर विभाग ने एंबे वैली लि. की 48,085.79 करोड़ रुपए की आय का मामला दिखा कर कुल 24,646.96 करोड़ रुपए का कर नोटिस भेजा है। अधिकारियों ने बताया कि कर विभाग ने इस साल जनवरी में यह नोटिस जारी किया।
आकलन वर्ष 2012-13 के लिए एवीएल की आय के विशेष ऑडिट में यह सामने आया कि मूल कंपनी ने कथित रूप से कई विशेष कंपनियां बनाईं, जिनकी आय को बाद में एवीएल के खातों में डाला गया। समय के साथ इन कंपनियों का एवीएल में विलय हो गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एवीएल ने 2012-13 के लिए अपने आयकर रिटर्न में कुछ करोड़ रुपए का नुकसान दिखाया था। लेकिन आयकर विभाग के विशेष ऑडिट से यह अतिरिक्त आय सामने आई।
उच्चतम न्यायालय ने पिछले सप्ताह बंबई उच्च न्यायालय के आधिकारिक परिसमापक को सहारा समूह के स्वामित्व वाली एंबे वैली की 34,000 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियों की बिक्री का निर्देश दिया है। साथ ही सहारा के प्रमुख सुब्रत राय को 28 अप्रैल को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा गया है।