नई दिल्ली। लगता है सुब्रत रॉय सहारा के बुरे दिन खत्म हो गए हैं और उनके अच्छे दिन शुरू हो गए हैं। पहले सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को अपनी मर्जी से महाराष्ट्र स्थित एंबीवैली सिटी में संपत्ति का चयन कर उसे बेचने की अनुमति दी और अब अमेरिका स्थित प्लाजा होटल के लिए खरीदार मिलने की खबर आई है। सहारा पिछले कई महीनों से इस होटल को बेचने की कोशिश कर रहे थे। भारतीय-अमेरिकी होटल व्यावसायी संत सिंह चटवाल ने उम्मीद जताई है कि अमेरिका स्थित ऐतिहासिक प्लाजा होटल में अधिकांश हिस्सेदारी बेचने का सौदा 60 करोड़ डॉलर (करीब 4 हजार करोड़ रुपए) में अगले महीने पूरा हो जाएगा। इस होटल में सुब्रत रॉय सहारा के नेतृत्व वाले सहारा ग्रुप की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस होटल में चटवाल की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
चटवाल ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि यह सौदा जून के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। दुबई स्थित व्हाइट सिटी वेंचर्स के संस्थापक शहल खान और हकीम ऑर्गेनाइजेशन के कामरान हकीम ने प्लाजा होटल की बहुलांश हिस्सेदारी 60 करोड़ डॉलर में खरीदने का सौदा किया है। इस सौदे के 25 जून तक पूरा होने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सहारा समूह के कॉरपोरेट वित्त प्रमुख संदीप वाधवा और होटल में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले संत सिंह चटवाल ने सौदे की पुष्टि की है। हालांकि दोनों ने सौदे की गोपनीयता का हवाला देकर और जानकारी देने से इनकार किया है। उल्लेखनीय है कि 1907 में बने इस ऐतिहासिक होटल का स्वामित्व कभी अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी के पास था।
प्लाजा होटल 1907 में खोला गया था और यह शहर की धरोहर है। यह अकेला ऐसा होटल है जिसे ऐतिहासिक स्थलों की राष्ट्रीय सूचि में रखा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सौदा बहुत जटिल है क्योंकि रियल एस्टेट फर्म अश्केनाजी एक्विजिशन कॉर्प और साऊदी प्रिंस अल्वालीद बिन तलेल के नियंत्रण वाली किंगडम होल्डिंग्स की इस होटल में शेष 25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। 2010 में सहारा ने एक लंदिन स्थित ऐतिहासिक होटल ग्रोसवेनर हाउस को भी खरीदा था।