न्यूयॉर्क। संकटग्रस्त सहारा ग्रुप ने अमेरिका में अपने प्लाजा होटल को बेचने के लिए संभावित खरीदार की तलाश के लिए जमीन-जायदाद के बारे में परामर्श देने वाली कंपनी JLL (जेएलएल) की सेवाएं ली हैं। इस संपत्ति की बिक्री से कंपनी को 50 करोड़ डॉलर मिल सकते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार सहारा ने प्लाजा होटल के खरीदार तलाशने के लिए जेएलएल की इकाई जेएलएल होटल्स एंड हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की सेवा ली है। यह होटल एक समय डोनाल्ड ट्रंप का था। उस समय वह अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं थे। सहारा का न्यूयॉर्क में एक और होटल ड्रीम डाउनटाउन है। इससे पहले भी इन होटलों की बिक्री के लिए प्रयास किए गए थे।
फिलहाल इस बारे में जेएलएल और सहारा समूह से कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई है। उल्लेखनीय है कि सहारा ग्रुप सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बाजार नियामक सेबी द्वारा प्रबंधित सेबी-सहारा बैंक एकाउंट में धन जमा करने के लिए पैसे जुटाने को लेकर भारत और विदेशों में अपनी विभिन्न संपत्तियां बेच रहा है।
हालांकि सहारा ग्रुप का दावा है कि वह सीधे निवेशकों को कुल बकाया धन का 95 प्रतिशत लौटा चुका है। वॉल स्ट्रीट जर्नल रिपोर्ट में कहा गया है कि प्लाजा की बिक्री प्रति-रूम के आधार पर सबसे महंगी होटल बिक्री हो सकती है और इसकी बिक्री 50 करोड़ डॉलर (3200 करोड़ रुपए) में हो सकती है। सहारा के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अभी इसकी बिक्री प्रक्रियाधीन है और अभी तक यह अंतिम स्तर पर नहीं पहुंची है।