नई दिल्ली। सहारा समूह ने जेल में बंद अपने मुखिया सुब्रत रॉय की रिहाई के लिए आवश्यक 10 हजार करोड़ रुपए का बंदोबस्त करने के लिए अपनी संपत्तियों को बेचने के बारे में सुप्रीम कोर्ट को आज नया प्रस्ताव पेश किया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर, न्यायमूर्ति एआर दवे और न्यायमूर्ति एके सीकरी की पीठ ने इस प्रस्ताव पर सेबी से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।
सहारा के वकील और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सहारा समूह अपना मुंबई का होटल सहारा स्टार, फॉर्मूला वन में कंपनी के 42 फीसदी शेयर और चार विमानों को बेचने के लिए बातचीत कर रहा है। समूह ने यह भी कहा कि विदेश में तीन होटलों लंदन में ग्रोसवेनर हाउस होटल और न्यूयार्क प्लाजा तथा ड्रीम न्यूयार्क होटल बेचने के लिए भी बातचीत जारी है। सिब्बल ने कहा कि ग्रोसवेनर हाउस होटल के लिए कतर से बातचीत चल रही है, जिससे करीब 2,300 करोड़ रुपए मिलेंगे। यही नहीं, समूह ने अमेरिका में उसके दो होटलों के लिए रशियन बैंक को फिर से वित्तीय मदद के लिए राजी किया है। सहारा समूह ने बेंगलुरु में भी अपनी प्रॉपर्टी को बेचने की अनुमति मांगी है।
समूह को अपने निवेशकों को धन लौटाने के लिए सेबी-सहारा खाते में भुगतान के लिए 36,000 करोड़ रुपए की व्यवस्था करनी है। न्यायालय ने 67 वर्षीय सुब्रत रॉय को अंतरिम जमानत के लिए कुछ शर्तें लगाई थीं, जिनमें पांच हजार करोड़ रुपए नकद और इतनी ही राशि की बैंक गारंटी देना तथा निवेशकों को ब्याज सहित 36,000 करोड़ रुपए लौटाना शामिल है। सुब्रत रॉय सहारा की कंपनियों के दो निदेशकों रवि शंकर दुबे और अशोक राय चौधरी के साथ चार मार्च, 2014 से तिहाड़ जेल में बंद हैं।