नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अपने महत्वाकांक्षी सागरमाला प्रोजेक्ट के लिए 150 प्रोजेक्ट की पहचान कर ली है। सरकार ने मंगलवार को कहा कि इन प्रोजेक्ट्स में 4 लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा और इससे एक करोड़ नए रोजगार पैदा होंगे। शिपिंग मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि सागरमाला कार्यक्रम के लिए नेशनल पर्सपेक्टिव प्लान (एनपीपी) के तहत 150 प्रोजेक्ट की पहचान की है। इस प्रोजेक्ट्स में 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश होगा और एक करोड़ नए रोजगार पैदा होंगे, जिसमें अगले 10 साल में सीधे 40 लाख लोगों को नौकरियां मिलेंगी।
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पहचान किए गए प्रोजेक्ट्स में पोर्ट आधुनिकीकरण, नए पोर्ट का विकास, पोर्ट कनेक्टिविटी विस्तार, पोर्ट के नेतृत्व में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और कॉस्टल कम्यूनिटी डेवलपमेंट शामिल हैं। सरकार के सागरमाला प्रोजेक्ट का लक्ष्य देश में समुद्र से लगी 7500 किलोमीटर लंबी सड़कों का विकास कर पोर्ट के नेतृत्व वाले विकास को प्रोत्साहित करना है।
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Road Map Of Smart City
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ड्राफ्ट रिपोर्ट फरवरी 2016 में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को सौंपी जा चुकी है। इसमें कहा गया है कि 50 प्रोजेर्क्स की पहचान पोर्ट क्षमता बढ़ाने के लिए की गई है, 2025 तक एक लाख करोड़ रुपए के निवेश के साथ इनकी मौजूदा क्षमता 140 करोड़ टन सालाना से बढ़ाकर 250 करोड़ टन करने का लक्ष्य रखा गया है। इन प्रोजेक्ट्स में मौजूदा पोर्ट की क्षमता बढ़ाना और 5-6 नए पोर्ट को विकसित करना शमिल है। रिपोर्ट में देश के प्रोडक्शन और कंजम्पशन सेंटर्स से पोर्ट को सीधे जोड़ने वाले 65 प्रोजेक्ट की पहचान की गई है, जिसमें 2 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है। इन प्रोजेक्ट्स में 10,000 किलोमीटर पोर्ट कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर, 12 नए फ्रेट एक्सप्रेसवे, कोयले के ट्रांसपोर्ट के लिए हैवी हॉल रेल कॉरीडोर, क्रूड और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के लिए नई पाइपलाइन और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब शामिल हैं।