नई दिल्ली। पैसेंजरों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे किराया-भाड़े पर सेफ्टी सेस लगा सकता है। इसका सीधा असर रेल टिकटों के दाम पर होगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि पैसेंजरों को ‘राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष’ के लिए फंड जुटाने में मदद करनी होगी ताकि देश के रेल नेटवर्क की सुरक्षा में सुधार किया जा सके। उल्लेखनीय है कि पिछले छह महीने के दौरान गाडि़यों के पटरी से उतरने की घटना में बढ़ोतरी हुई है।
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प्रभु ने कहा कि रेलवे पैसेंजरों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध करा रहा है और उन्हें उम्मीद है कि संरक्षा के लिए रेलवे को जिस तरह के निवेश की जरूरत है उसमें पैसेंजर्स भी मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि फंड जुटाने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
बजट में रेल सेफ्टी के लिए हुई थी 1 लाख करोड़ रुपए की घोषणा
अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रेल सुरक्षा के लिए पांच साल के दौरान 1 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की थी। हालांकि, रेलवे को इसमें से सिर्फ 25 फीसदी ही मिलेगा और इसे खुद ही शेष 75 फीसदी की व्यवस्था करनी होगी। सालाना 20,000 करोड़ की फंडिंग में से वित्त मंत्रालय से 5,000 करोड़ रुपए और सेंट्रल रेल फंड से 10,000 करोड़ रुपए मिलेंगे लेकिन 5,000 करोड़ रुपए की व्यवस्था रेलवे को खुद ही करनी होगी।
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