नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भारत की रेटिंग को BBB- पर बरकरार रखा है वहीं आगे का आउटलुक भी स्थिर दिया है। पिछले ही हफ्ते मूडीज ने भारत की रेटिंग को घटा दिया था। एसएंडपी ने आज जानकारी दी की भारत की रेटिंग लंबी अवधि के लिए BBB- पर बरकरार रखी गई है। ये रेटिंग निवेश योग्य रेटिंग का सबसे निचला पायदान है, इससे नीचे की रेटिंग में काफी जोखिम माना जाता है। वहीं स्थिर आउटलुक का मतलब है कि एजेंसी को रेटिंग के इसी स्तर पर बने रहने का अनुमान है।
एचएंडपी के मुताबिक स्थिर आउटलुक से साफ है कि एजेंसी को घरेलू अर्थव्यवस्था में तेजी से रिकवरी की पूरी उम्मीद है। घरेलू अर्थव्यवस्था का विदेशी मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन, देश की मजबूत राजनैतिक स्थिति और सरकार के द्वारा उठाए कदमों से दूसरे नकारात्मक पहलुओं को कम करने में मदद मिलेगी। हालांकि लंबी अवधि में भारत की ग्रोथ पर जोखिम बना हुआ है, लेकिन मौजूदा सुधारों पर सही तरह से काम किया गया तो भारत की ग्रोथ अन्य विकासशील देशों से काफी बेहतर रहेगी।
एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत की गिरावट की आशंका जतायी है। हालांकि उसने 2021-21 और 2022-23 में इसके क्रमश: 8.5 प्रतिशत और 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 में 4.2 प्रतिशत रही जो 11 साल का न्यूनतम स्तर है। एस एंड पी ने एक बयान में कहा, ‘‘निश्चित तौर पर भारत की दीर्घकालीन वृद्धि दर को लेकर जोखिम बढ़ रहा है, लेकिन मौजूदा आर्थिक सुधारों को बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया जाता है, देश की आर्थिक वृद्धि दर अन्य उभरते देशों से बेहतर होनी चाहिए।