नयी दिल्ली। भारत को आज अपने मित्र देश रूस से अच्छी खबर मिली है। कतर और ऑस्ट्रेलिया के बाद रूस ने भी भारत के लिए तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के दाम घटा दिए हैं। भारत इसकी कम दर पर मई से एलएनजी आयात कर सकता है जो देश के आयात बिल में कई करोड़ डॉलर की बचत करेगा।
इस घटनाक्रम से जुड़े एक करीबी सूत्र ने बताया कि सरकारी गैस कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड ने रूस की गैसप्रॉम को 20 साल के एक समझौते के तहत गैस की कीमत कम करने के लिए राजी कर लिया गया है। साथ ही कुछ मात्रा की आपूर्ति तीन से चार साल आगे टालने के लिए कहा है।
गेल ने 2012 में इस 20 साल के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत प्रतिवर्ष 25 लाख टन एलएनजी का आयात किया जाना है। यह आपूर्ति बारेंट्स सागर स्थित श्टोकमैन एलएनजी करेगी। इसके तहत गैस जापान द्वारा सीमाशुल्क अनुमति प्राप्त कच्चा तेल आयात की औसत कीमत पर भेजी जायेगी। इसकी आपूर्ति 2018 की दूसरी तिमाही से शुरु होगी। सूत्रों ने बताया कि अब कीमत के मानक को बदलकर ब्रेंट कर दिया गया है। कीमत में वास्तविक बदलाव की जानकारी अभी प्राप्त नहीं हुई है।