मुंबई। अनुकूल आर्थिक आंकड़ों तथा रुपये में गिरावट रोकने के लिए सरकार के नीतिगत हस्तक्षेप की उम्मीद से शुक्रवार को रुपया 34 पैसे और मजबूत होकर पिछले एक सप्ताह के उच्च स्तर 71.84 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। लगातार दूसरे सत्र में तेजी दर्शाता रुपया आज आरंभिक कारोबार के दौरान 71.53 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर को छू गया था। दो दिन में रुपया 85 पैसे मजबूत हुआ है। प्रमुख एशियाई और अन्य उभरते बाजार की मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी के साथ साथ निर्यातकों और बैंकों की सतत डॉलर बिकवाली से रुपये की तेजी को और बल मिला।
देश की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि जुलाई में 6.6 प्रतिशत रही जबकि अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति 10 माह के निम्न स्तर 3.69 प्रतिशत पर आ गई। इन आंकड़ों से रुपये की धारणा पर अनुकूल असर हुआ। थोक बिक्री मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति भी अगस्त में चार माह के निम्न स्तर 4.53 प्रतिशत पर रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सप्ताहांत आर्थिक स्थिति का जायजा लेने का समाचार है। इस बीच सरकार ने कहा कि घरेलू मुद्रा अतार्किक स्तर तक नहीं गिरनी चाहिये, इसे सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाये जायेंगे। इस बयान के बाद विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की धारणा में सुधार हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया शुक्रवार को 48 पैसे की तेजी दर्शाता 71.70 रुपये पर मजबूत खुला लेकिन कारोबार के अंतिम दौर में कंपनियों की अचानक बढ़ी डॉलर मांग से लाभ काफी कम हो गया। कारोबार के अंत में रुपया 34 पैसे अथवा 0.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 71.84 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह सात सितंबर के बाद का उच्चतम स्तर है। सात सितंबर को यह 71.73 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। पिछले दो कारोबारी सत्रों में रुपये में 85 पैसे का सुधार दर्ज हुआ है।
इस बीच फाइनेंशल बेंचमार्क्स इंडिया प्रा लि (एफबीआईएल) ने आज के कारोबार की संदर्भ दर अमेरिकी मुद्रा के लिए 71.8129 रुपये प्रति डॉलर और यूरो के लिये 83.9771 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की थी। अन्तरमुद्रा कारोबार में पौंड और यूरो के मुकाबले रुपये में गिरावट आई जबकि जापानी येन के मुकाबले रुपये में तेजी दर्ज हुई।