मुंबई। डॉलर के अन्य प्रमुख मुद्राओं के आगे मजबूत होने तथा कच्चे तेल के दामों में तेजी के बीच बुधवार को रुपए की विनिमय दर प्रति डॉलर 16 पैसे गिरकर एक बार फिर 72.01 से नीचे बंद हुई। स्थानीय शेयर बाजारों में जोरदार उछाल और रिजर्व बैंक के नए गवर्नर की शीघ्र नियुक्ति के बावजूद वाह्य कारकों के चलते रुपए पर दबाव रहा।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया बुधवार को 72.10 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला और एक समय टूटकर नीचे 72.17 तक पहुंच गया था। हालांकि रुपए की हानि बाद में कुछ कम हो गई और कारोबार के अंत में यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 16 पैसे की गिरावट के साथ 72.01 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया 53 पैसे टूट कर प्रति डॉलर 71.85 पर बंद हुआ था। पूर्व प्रशासनिक अधिकारी शक्तिकांत दास ने बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर का पद संभाल लिया। उनकी नियुक्त की घोषणा मंगलवार को की गई थी।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 629.06 अंक (1.79 प्रतिशत) की तेजी के साथ 35,779.07 अंक पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 1.71 प्रतिशत बढ़ कर 61.23 डॉलर प्रति बैरल पर चला गया था।
मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के खिलाफ डॉलर के मजबूत होने और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण रुपए पर दबाव आया है। हालांकि घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी ने रुपए की कमजोरी को सीमित कर दिया।