नई दिल्ली। रुपया चालू वित्त वर्ष में औसतन 64.3 रुपये प्रति डॉलर पर रहेगा। वहीं 2018-19 में यह और कमजोर होकर 65.4 रुपए प्रति डॉलर पर आ जाएगा। UBS की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, उभरते बाजारों में रुपया बेहतर प्रदर्शन करने वाली मुद्राओं में रहा है। इस साल अभी तक यह छह प्रतिशत मजबूत हुआ है। हालांकि, रुपए को मौजूदा स्तर से मजबूत करने के लिए फिलहाल अब अधिक संकेत नहीं हैं।
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UBS के शोध नोट में कहा गया है कि पूरे 2017-18 में रुपया औसतन 64.3 प्रति डॉलर पर रहेगा। 2018-19 में यह औसतन 65.4 प्रति डॉलर रहेगा। नोट में कहा गया है कि इस साल रुपए में मजबूती आने की प्रमुख वजह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का सतत प्रवाह, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे, सुधारों की रफ्तार, वृद्धि की संभावना में सुधार और बाहरी स्थायित्व है। इसके अलावा व्यापक रूप से डॉलर कमजोर हुआ है जिससे रुपए को मजबूती मिली है।
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