नई दिल्ली। अमेरिका-चीन के व्यापार समझौते को लेकर भ्रम की स्थिति बढ़ने तथा देश में वृहद आर्थिक आंकड़ों के कमजोर रहने से विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 62 पैसे की तेज गिरावट के साथ 72.09 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए का यह चार सितंबर के बाद का सबसे निचला स्तर है।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 71.75 रुपए पर कमजोर रुख के साथ खुला। दिन के कारोबार में यह 72 रुपए के स्तर से नीचे दिन के निम्न स्तर 72.10 रुपए तक टूट गया और अंत में रुपए की विनिमय दर अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 62 पैसे औंधे मुंह लुढ़ककर 72.09 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई।
अर्थव्यवस्था में निरंतर कमजोरी के संकेत के बतौर भारत का औद्योगिक उत्पादन सितंबर माह में आठ साल के न्यूनतम स्तर तक गिर गया। पूंजीगत माल उत्पादन, टिकाऊ उपभोक्ता माल तथा आधारभूत ढांचा एवं निर्माण सामग्री जैसे वृहद आधार वाले क्षेत्रों का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा। इसके अलावा विदेशों में डॉलर के मजबूत होने से भी रुपए पर दबाव देखा गया।
एचडीएफसी सिक्युरिटीज, पीसीजी एण्ड कैपिटल मार्किट्स स्ट्रेटजी, के प्रमुख वी.के़ शर्मा ने कहा कि भारतीय रुपया लगातार तीसरे दिन गिरा है। 16 सितंबर के बाद इसमें कारोबार के दौरान दिन में सबसे बड़ी गिरावट रही। औद्योगिक उत्पादन में सितंबर माह में 4.3 प्रतिशत की गिरावट से कारोबारी धारणा कमजोर रही।