मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट और महीने के अंतिम दिनों में अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपए में चार सत्रों से चली आ रही तेजी थम गई तथा शुक्रवार को यह 48 पैसे की गिरावट के साथ 70.18 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि मुख्यत: तेल आयातक कंपनियों की डॉलर मांग बढ़ने से रुपए की धारणा प्रभावित हुई। अन्तरबैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया प्रति डॉलर 69.93 पर कमजोर रुख लिए खुला और बाद में 70.37 तक चला गया। बाद में इसमें कुछ तेजी आई और यह अंत में गुरुवार के बंद की तुलना में 48 पैसे की हानि के साथ 70.18 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
डॉलर के कमजोर होने तथा कच्चे तेल मूल्य में गिरावट आने से रुपए को अपनी आरंभिक गिरावट को कम करने में मदद मिली। कच्चे तेल की कीमत घटकर 53.26 डॉलर प्रति बैरल होने के बीच शुक्रवार को रुपए में हानि दर्ज होने के बावजूद साप्ताहिक आधार पर घरेलू मुद्रा में 172 पैसे अथवा 2.4 प्रतिशत की तेजी आई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुक्रवार को 689.60 अंक अथवा 1.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 35,742.07 अंक पर बंद हुआ।