मुंबई। घरेलू मुद्रा ने सोमवार को 18 पैसे की तेजी लेकर साल का अंत किया लेकिन पूरे साल के दौरान इसमें 9.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। यह हाल-फिलहाल में रुपए के लिए सबसे निराशाजनक साल में से एक रहा।
अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में सोमवार को रुपया 18 पैसे मजबूत होकर 69.77 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि पूरे साल के दौरान इसमें 509 पैसे यानी 9.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2017 के अंत में घरेलू मुद्रा 63.87 रुपए प्रति डॉलर पर रही थी।
कारोबारियों ने कहा कि वृद्धि की मददगार गति तथा बेहतरीन विदेशी मुद्रा भंडार के कारण रुपए के लिए अगले छह से बारह महीने अनुकूल रहने वाले हैं। वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने एक शोधपत्र में कहा कि आकर्षक मुद्रास्फीति, आर्थिक वृद्धि, 394 अरब डॉलर का शानदार विदेशी मुद्रा भंडार तथा अमेरिकी डॉलर के स्थिर होते जाना रुपए के लिए सकारात्मक साबित होने वाला है।
उसने कहा कि निकट भविष्य में अमेरिकी डॉलर की चाल, कच्चा तेल की कीमत और आसन्न लोकसभा चुनाव के परिणाम से रुपए की दिशा निर्धारित होगी। रुपया सोमवार को पिछले कारोबारी दिवस यानी शुक्रवार के 69.95 रुपए प्रति डॉलर की तुलना में मजबूती लेकर 69.76 रुपए प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान 69.95 रुपए तथा 69.74 रुपए प्रति डॉलर के दायरे में उतार-चढ़ाव के बाद यह अंतत: 18 पैसे की बढ़त लेकर 69.77 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। पिछले दो कारोबारी दिवस में यह 58 पैसे मजबूत हो चुका है।