नई दिल्ली। बुधवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 30 पैसा मजबूत होकर 65.40 पर खुला है। वहीं, बुधवार को एक डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की मजबूती के साथ 65.68 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79 पैसे की जोरदार बढ़त के साथ 66 रुपए के भी नीचे आते हुए 65.82 के स्तर पर बंद हुआ था।
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रुपया 2 नवंबर 2015 के बाद सबसे ज्यादा मजबूत
- उत्तर प्रदेश में भाजपा की जबर्दस्त जीत के बाद अमेरिकी करेंसी डॉलर में भारी बिकवाली देखने को मिली।
- बुधवार को रुपया 16 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया।
- इस साल जनवरी के निचले स्तर से रुपया डॉलर के मुकाबले करीब 4.5 फीसदी मजबूत हो चुका है।
- डॉलर में दबाव और एक्सपोर्टर की ओर से डॉलर बेचने से रुपए में मजबूती आई है।
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रुपए में क्यों आई मजबूती
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली भारी सफलता से लोगों को उम्मीद बंधी है कि मोदी सरकार प्रमुख आर्थिक सुधारों को मजबूती से आगे बढ़ा पाएगी जिससे बाजार धारणा बेहद मजबूत हो गई।
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मंगलवार को कुछ ऐसी रही रुपए की चाल
- देश की आर्थिक नीतियों से लेकर मजबूत हुई निवेश धारणा का असर बुधवार को भी अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में देखा गया। कारोबार के दौरान यह 65.78 रुपया प्रति डॉलर के निचले और 65.40 रुपए प्रति डॉलर के उच्चतम स्तर तक पहुंचा।
- कारोबार समाप्ति पर यह गत दिवस की तुलना में 13 पैसे की बढत के साथ 65.69 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
- शेयर बाजार में बुधवार को मामूली गिरावट रही लेकिल कुल मिलाकर बाजार में सकारात्मक धारणा बनी हुई है जिससे भारतीय मुद्रा को बढ़त मिली। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में रही गिरावट से भी रुपए को बल मिला है।