मुंबई। कच्चे तेल की नरमी से भारत के व्यापार घाटे को लेकर चिंता कम होने के बीच रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 112 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 70.44 डॉलर पर बंद हुआ। रुपए की विनिमय दर में पांच साल से भी अधिक समय में यह एक दिन का सबसे बड़ा सुधार है।
निर्यातकों और बैंकों द्वारा डॉलर की सतत बिकवाली के साथ-साथ अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक से पहले वैश्विक स्तर पर प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से रुपए को बल मिला है। फेडरल रिजर्व की ब्याज तय करने वाली समिति की बैठक बुधवार को हो रही है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उससे ब्याज न बढ़ाने की अपील की है।
अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में मानक ब्रेंट कच्चा तेल 2.26 प्रतिशत गिर कर 14 माह के निम्न स्तर 58.26 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर चल रहा था। अन्तर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए की विनिमय दर प्रति डॉलर 71.34 पर मजबूत खुली। कारोबार के अंत में रुपया सोमवार के बंद भाव के मुकाबले 112 पैसे के भारी उछाल के साथ 70.44 पर बंद हुआ।
रुपया सोमवार को 34 पैसे मजबूत हो कर 71.56 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। रुपए में 112 अंकों का उछाल 19 सितंबर, 2013 के बाद एक दिन की सबसे बड़ी तेजी दर्शाता है। उस दिन इसमें 161 पैसे का उछाल आया था। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स आरंभिक गिरावट से उबर कर 77 अंक लाभ के साथ 36,347 अंक पर बंद हुआ। ऐसे ही ताजा समाचार पढ़ने के लिए देखें इंडिया टीवी।