नई दिल्ली। रुपए को मजबूत करने के सभी सरकारी प्रयास अभी तक नाकाम होते प्रतीत हो रहे हैं। मंगलवार को दूसरे दिन रुपए ने एक नया निम्न रिकॉर्ड बनाया है। मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में 47 पैसे और गिरकर 72.98 के नए निचले स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 72.41 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया था।
बैंकों एवं निर्यातकों की डॉलर बिकवाली से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 72.41 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंचा। रुपया गिरकर 72.65 रुपए प्रति डॉलर पर खुला लेकिन बाद में सुधार के साथ 72.41 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया। डीलरों ने कहा कि बैंकों एवं निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली के अलावा वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल में नरमी तथा अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के तनावों के चलते अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से रुपए को मजबूती मिली।
इससे पहले रुपया सोमवार को 67 पैसे की भारी गिरावट के साथ 72.51 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में धारणा में सुधार लाने के लिये सरकार ने शुक्रवार को कुछ उपायों की घोषणा की थी। इनमें विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का प्रवाह बढ़ाने और आयात कम करने के लिए पांच सूत्रीय योजना की घोषणा की गई। लेकिन सरकार के उपाय कई निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और बाजार में भारी बिकवाली का दबाव बन गया।