मुंबई। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण पूंजी की निकासी तथा चालू खाता घाटा बढ़ने की चिंताओं के बीच बुधवार को रुपया 43 पैसे लुढ़ककर 73 रुपए प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर को पार करते हुए 73.34 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अन्तरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय एक्सचेंज में रुपया 43 पैसे अथवा 0.59 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 73.34 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में रुपया एक समय 73.42 रुपए प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर तक गिर गया था। वहीं कच्चे तेल की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को लांघ गई जिसके कारण नकदी की भारी मात्रा में निकासी हुई।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि पूंजी की भारी निकासी और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर निवेशक चिंतित हैं। एक्सचेंज के प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार बुधवार को विदेशी निवेशकों ने पूंजी बाजार से 1,550 करोड़ रुपए की निकासी की।
कच्चे तेल का मूल्य बढ़ने की वजह से सुबह रुपया 73.26 रुपए प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान एक समय यह 72.90 रुपए प्रति डॉलर तक मजबूत हो गया लेकिन बाद में यह सर्वकालिक निम्न स्तर को छूने के बाद अंत में 73.34 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इस बीच एफबीआईएल ने अमेरिकी मुद्रा के लिए संदर्भ दर 73.02 रुपए प्रति डॉलर और यूरो के लिए 84.57 रुपए प्रति यूरो तथा ब्रटिश पौंड के लिए 94.98 रुपए प्रति पौंड निर्धारित की थी।