नई दिल्ली। विदेशी बाजारों से मिले संकेतों और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरावट के साथ बंद हुआ। बुधवार के कारोबार में रुपया आठ पैसे गिरकर 73.42 के स्तर पर बंद हुआ। मंगलवार के कारोबार में रुपया पिछले स्तरों के करीब ही रहा था, इससे पहले इसमें लगातार 3 दिन बढ़त का रुख देखने को मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में स्थानीय इकाई अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.51 पर खुली और इसने दिन के कारोबार के दौरान 73.39 से 73.51 के दायरे में कारोबार किया। अंत में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 73.42 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव 73.34 के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट दर्शाता है। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत बढ़कर 90.26 पर पहुंच गया।
शेयरखान बाई बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक सैफ मुकद्दम ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के बीच कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से भारतीय रुपये में गिरावट आई। बाजार के सेंटीमेंट्स इसलिए भी कमजोर हुए क्योंकि निवेशक अमेरिका में बढ़ते मुद्रास्फीति के दबाव और भू-राजनीतिक तनाव से चिंतित हैं।’’ इसके अलावा भारत में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों और कुछ राज्यों में लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों से आर्थिक सुधार को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, डॉलर की कमजोरी और बेहतर वृहद आर्थिक आंकड़ों की उम्मीद ने गिरावट पर कुछ रोक लगाने का काम किया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 68.93 डालर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को सकल आधार पर 336.00 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।