नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के संकेतों के बीच विदेशी विनिमय बाजार में मंगलवार को भारतीय रुपये में मजबूत दर्ज हुई और यह सात पैसे की मजबूती के साथ प्रति डालर 75.51 पर बंद हुआ। विदेशी मुद्राओं के कारोबारियों के अनुसार रुपया डालर विनिमय दर में उतार-चढ़ाव एक सीमित दायरे में रही। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी की खबरों से रुपये के को सहारा मिला लेकिन विदेशी निवेश फंड भारतीय बाजार से धन बाहर निकालने और देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से निवेशकों का मनोबल पर प्रभाव पड़ा है।अंतर-बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के आगे मजबूत होकर प्रति डालर 75.48 के भाव पर खुला और अंत में पिछले बंद की तुलना में सात पैसे मजबूत हो कर 75.51 पर बंद हुआ। सोमवार को विनिमय दर 75.58 रुपये प्रति डालर पर बंद हुई थी।
कोरोबार के दौरान रुपया एक समय मजबूत हो प्रति डालर 75.45 तक पहुंच गया था। वहीं दिन में एक समय डालर चढ़ कर 75.58 रुपये के भाव बोला जा रहा था। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के साथ तुलनात्मक विनिमय दर के आधार पर निर्धारित किया जाने वाला डालर सूचकांक 0.09 प्रतिशत मजबूत हो कर 97.62 पर था। सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पूंजी बाजार में 1,937.06 करोड़ रुपये के शयेरों की शुद्ध बिकवाली की । अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल 0.62 प्रतिशत नीचे खिसक कर 41.45 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था। कोरोना वायरस महामारी का फैलाव जारी रहने से बाजारों में चिंता है। विश्व भर में संक्रमित लोगों की संख्या 1.03 करोड़ तक पहुंच गयी है। इस बीमारी से अब तक 5.05 लोगों की मौत हो गयी है। भारत में कोरोना विषाणु संक्रमण से 16,893 लोगों की मृत्यु हुई है और 5,66,840, लोग संक्रमित हुए हैं।