नई दिल्ली। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को दो पैसे टूटकर 74.68 पर बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में रुपये में मजबूती का रुख था हालांकि कारोबार के अंत तक रुपया इस बढ़त को पूरी तरह से गंवा कर पिछले बंद स्तर से भी नीचे पहुंच गया। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निवेशकों की सेंटीमेंट्स प्रभावित हुए हैं। लेकिन विदेशी पूंजी निवेश, घरेलू शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख और अन्य वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर पड़ने से रुपये में यह गिरावट सीमित ही रही।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार के कारोबार में बढ़त के साथ 74.53 पर खुला। कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला और रुपया 74.52 के दिन के उच्चतम स्तर और 74.82 के दिन के निचले स्तर के बीच कारोबार करता रहा। अंत में यह पिछले बंद के मुकाबले दो पैसे नीचे रहकर 74.68 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 74.66 पर बंद हुआ था। जानकारों के मुताबिक देश में कोरोना की बढ़ती संख्या सेंटीमेंटस बिगड़े हैं। फिलहाल भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7 लाख के करीब पहुंच गई है। हालांकि इसमें से 60 फीसदी से ज्यादा रिकवर भी हो चुके हैं।