नई दिल्ली। अमेरिका में बांड यील्ड 14 माह के उच्च स्तर पर पहुंचने से डॉलर की मजबूती के बीच विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार के उतार चढाव भरे कारोबार में बृहस्पतिवार को रुपया में हल्की बढ़त देखने को मिली है। आज के कारोबार के अंत में घरेलू करंसी डॉलर के मुकाबले दो पैसे सुधर कर प्रति डॉलर 72.53 के स्तर पर बंद हुई। शेयर बाजार की सुस्ती ने भी बाजार की धारणा को प्रभावित किया लेकिन विदेशीमुद्रा की सतत आमद तथा कच्चे तेल में नरमी से रुपये को समर्थन मिला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आर्थिक वृ्द्धि को समर्थन जारी रखे जाने के संकेत के बाद अमेरिकी सरकार की प्रतिभूतियों पर निवेश प्रतिफल बढ़कर 14 माह के उच्च स्तर 1.74 प्रतिशत को छू गया। बाजार के अनुमान के अनुरूप अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपनी नीतिगत दरों को अपरिवर्तित बनाये रखा और मुद्रास्फीति के बढ़ने का अनुमान जताया।
अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 72.48 पर मजबूत खुला और बाद में 72.43 रुपये के उच्च स्तर को छू गया। कारोबार के दौरान कमजोर संकेतों के बीच 72.60 रुपये के निम्न स्तर को छूने के बाद अंत में रुपये की विनिमय दर दो पैसे सुधर कर 72.53 प्रति डॉलर पर बंद हुई। बुधवार को रुपया 72.55 रुपये पर बंद हुआ था।
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 91.65 पर पहुंच गया। वैश्विक जिंस बाजार में ब्रेंट क्रूड वायदा 0.35 प्रतिशत गिरकर 67.76 डॉलर प्रति बैरल रह गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 585.10 अंकों की गिरावट के साथ 49,216.52 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 2,625.82 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
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