नई दिल्ली। बैंकों और आयातकों की डॉलर लिवाली से मंगलवार को रुपये ने शुरुआती लाभ गंवा दिया और यह 16 पैसे के नुकसान के साथ 73.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया आज के कारोबार में 73.33 प्रति डॉलर पर मजबूत खुला। लेकिन बाद में इसने शुरुआती बढ़त को गंवा दिया। कारोबार के दौरान एक समय में रुपया 73.72 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक पहुंच गया।
फॉरेक्स डीलरों ने कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की डॉलर लिवाली से रुपये में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो प्रवाह के प्रभाव को रोकने के लिए केंद्रीय बैंक ने डॉलर की खरीद की। कारोबार के दौरान रुपया 73.33 से 73.72 प्रति डॉलर के दायरे में घूमने के बाद 73.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। सोमवार को रुपया 73.48 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस एवं मुद्रा) जतीन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप तथा उसके बाद आयातकों की डॉलर खरीद की वजह से रुपया नीचे बंद हुआ।’’ उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक रुपये को 73.40 से 73.50 प्रति डॉलर के दायरे में रखने का प्रयास कर रहा है। राष्ट्रीयकृत बैंक भी डॉलर की खरीद कर रहे हैं। आगे चलकर रुपया 73.90 से 74.10 प्रति डॉलर पर पहुंच सकता है।
इस बीच, छह अहम करंसी की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत के नुकसान से 92.90 के स्तर पर आ गया। आज के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 287.72 अंक या 0.74 प्रतिशत के लाभ से 39,044.35 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 81.75 अंक या 0.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,521.80 अंक पर पहुंच गया। शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 298.22 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।