मुंबई। वैश्विक बाजारों में डॉलर की मजबूती तथा शेयर बाजारों में गिरावट के बीच अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 44 पैसे टूटकर 70.90 पर बंद हुआ। ईरान पर पाबंदी के कथित उल्लंघन को लेकर चीन की दूरसंचार कंपनी हुवावे की शीर्ष अधिकारी की कनाडा में गिरफ्तारी के बाद सुरक्षित निवश के रूप में डॉलर और येन में तेजी रही। अधिकारी की गिरफ्तारी से अमेरिका-चीन रिश्तों में खटास बढ़ने की आशंका है।
कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने से घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा और कारोबार के दौरान 71.14 तक चला गया। अंत में यह कल के बंद के मुकाबले 44 पैसे टूटकर 70.90 पर बंद हुआ। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे मजबूत होकर 70.46 पर बंद हुआ था।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 572.28 अंक या 1.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 35,312.13 अंक तथा एनएसई निफ्टी 181.75 अंक या 1.69 प्रतिशत टूटकर 10,601.15 अंक पर बंद हुआ। ओपेक देशों की महत्वपूर्ण बैठक चलने के बीच ब्रेंट क्रूड का भाव भी 2.76 प्रतिशत घटकर 59.86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
गुरुवार को रुपया सुबह 70.80 के निचले स्तर पर खुला और कारोबार के दौरान यह 71.14 के निचले स्तर तक कमजोर हो गया लेकिन अंत में यह 70.90 पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 72.47 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 389.78 करोड़ रुपए की बिकवाली की।