नई दिल्ली। सरकार के महत्वाकांक्षी 4,000 करोड़ रुपए वाले मेट्रिनो पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट पर अगले दो महीने में काम शुरू होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि इस सर्विस के तहत एनसीआर में ड्राइवरलेस पॉड टैक्सी रोपवे पर चलेंगी। यात्री हवा में लटके छोटे-छोटे एयरकंडीशंड पॉड(डिब्बों) में बैठकर आरामदायक यात्रा कर सकेंगे।
केंद्रीय परिवहन एवं सड़क यातायात मंत्री नीतीन गडकरी ने बताया कि नई दिल्ली में धौलाकुआं से हरियाणा के मानेसर के बीच बनने वाले मेट्रिनो प्रोजेक्ट के लिए सरकार को चार टेंडर हासिल हो चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमे उम्मीद है कि इसपर अगले दो महीने में काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर धौलाकुआं से मानेसर के बीच 70 किलोमीटर का सफर जाम रहित और आरामदायक होगा।
गुड़गांव में बनेंगे 16 स्टेशन
प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर गुड़गांव दिल्ली बॉर्डर पर मौजूद एंबियंस मॉल से लेकर सोहनामोड़ तक 13 किलोमीटर में मेट्रीनो की शुरुआत होगी। इस पूरे रूट पर 16 स्टेशन बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट में जो पॉड प्रयोग किए जाएंगे, उसमें एक बार में 5 यात्री यात्रा कर सकेंगे। इन पॉट टैक्सियों की औसत स्पीड 60 किमी. प्रति घंटा होगी। अधिकारियों के मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। कॉन्ट्रेक्ट दिए जाने के एक साल के भीतर प्रोजेक्ट पर काम पूरा कर लिया जाएगा।
तस्वीरों में देखिए मेट्रीनो
Metrino
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
यह भी पढ़ें- गुड़गांव में जल्द शुरू होगी पॉड टैक्सी सर्विस ‘मेट्रीनो’, जमीन से ऊपर होगा आरामदायक सफर
क्या है मेट्रीनो प्रोजेक्ट
मेट्रीनो एक आधुनिक ट्रांसपोर्ट प्रणाली है। जिसमें छोटे-छोटे केबिन जमीन से कुछ मीटर ऊपर खंभों और ओवरहैड केबल्स से आगे बढ़ते हैं। यह पूरी तरह से ड्राइवरलैस सिस्टम है। इसके स्टेशन जमीन पर ही होते हैं। स्टेशन आने पर पॉड(केबिन) अपने आप नीचे उतर आते हैं। एक पॉड में करीब 6 से 8 लोग सफर कर सकते हैं। इस तकनीक पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त है। इस प्रोजेक्ट की लागत मेट्रो प्रोजेक्ट के मुकाबले 5 गुना कम है। साथ ही इससे व्यस्त ट्रैफिक वाले इलाकों में सुरक्षित आवागमन संभव होता है।
मेट्रो निर्माण से काफी सस्ता है मेट्रिनो प्रोजेक्ट
गडकरी ने कहा कि मेट्रिनो के प्रति किलोमीटर निर्माण पर 50 करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जबकि इसकी तुलना में मेट्रो के प्रति किलोमीटर निर्माण पर 250 करोड़ रुपए का खर्चा आता है। यह एक रोपवे जैसा सिस्टम है, जो बिजली से चलेगा और इसमे ड्राइवर की भी आवश्यकता नहीं होगी। जमीन से 5-10 मीटर ऊपर चलेंगी पॉड टैक्सी मेट्रिनो प्रोजेक्ट के तहत ड्राइवरलेस पॉड जमीन से 5-10 मीटर की ऊंचाई पर चलेंगी। कुछ समय पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष इस प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन दिया गया था। गडकरी ने कहा, राजमार्ग क्षेत्र में बड़े बदलावों के बीच मेट्रिनो प्रोजेक्ट एक बड़ा कदम होगा।
यह भी पढ़ें- परिवहन कंपनी बोम्बार्डियर भारत में अपना करोबार करेगी तिगुना, पिछले दो दशक में किया 10 करोड़ डॉलर का निवेश
यह भी पढ़ें- स्मार्ट शहर मिशन के तहत 14 और शहरों की घोषणा जल्द, 7 अरब डॉलर के निवेश की होगी जरूरत
यह भी पढ़ें- भारत की शहरी आबादी 2050 तक और 30 करोड़ बढ़ेगी, सरकार ने की 100 नए शहर बनाने की घोषणा