नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मध्य प्रदेश में साल 2023 तक 50 हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी। मध्य प्रदेश को 45 सड़क परियोजनाओं की सौगात देते हुए उन्होने ये जानकार दी। उन्होने कहा कि अगले 2 साल के अंदर ही मध्य प्रदेश विश्व स्तरीय हाईवे नेटवर्क तैयार होगा। इसके साथ ही उन्होने उम्मीद जताई कि कि चंबल एक्सप्रेस-वे ('अटल बिहारी वाजपेयी चंबल प्रोग्रेस-वे') हाईवे में बदलेगा और पिछड़े क्षेत्रों में विकास की गति तेज होगी। गडकरी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 45 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। यह 45 परियोजनाएं लगभग साढ़े 11 हजार करोड़ की लागत की है। शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यक्षता की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 'चंबल प्रोग्रेस-वे' का नाम 'अटल बिहारी वाजपेयी चंबल प्रोग्रेस-वे' करने का ऐलान किया था। पहले इसका नाम चंबल एक्सप्रेस-वे था, जिसे राज्य सरकार ने चंबल प्रोग्रेस-वे किया था।
इस मौके पर मंत्री गडकरी ने प्रस्तावित चंबल एक्सप्रेस-वे ('अटल बिहारी वाजपेयी चंबल प्रोग्रेस-वे') को पिछड़े क्षेत्र में विकास की गति में तेजी लाने में मददगार बताया और कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का काम जल्द ही शुरू होगा और हाईवे में बदलेगा, यह एक्सप्रेस-वे तीन राज्यों के पिछड़े क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, इसके लिए आठ हजार करोड़ रुपये को मंजूरी दी गई है। इस मार्ग से इस क्षेत्र को विकास की नई गति मिलेगी।
यह एक्सप्रेस-वे 358 किलोमीटर लंबा है, जिसमें से 309 मध्यप्रदेश से, 17 किलोमीटर उत्तर प्रदेश और 32 किलोमीटर राजस्थान से होकर गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे चंबल नदी के समानांतर होगा। इटावा से कोटा तक जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे आगे जाकर दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से जुड़ेगा।
वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह सड़क परियोजनाएं प्रदेश के लिए वरदान साबित होंगी। इसके साथ ही उन्होंने नर्मदा नदी के क्षेत्र में नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाने की भी चर्चा की। गडकरी ने जिन 45 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया है, उनमें 19 परियोजनाओं का शिलान्यास और 26 कार्यो का लोकार्पण शामिल है।